Daily Devotion
MY LOVING HEAVENLY FATHER
PART – 01
यूहन्ना रचित सुसमाचार (०३:१६)
क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करें वह नाश न हो परन्तु अनन्त जीवन पाएजिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिए दे दिया, वह उसके साथ हमे और सब कुछ क्यों न देगा ( रोमियो ०८:३२)
उपरोक्त वचन के अनुसार एक उदहारण मेरे मन में आ रहा है
एक नव विवाहित जोड़े के बारे में सोचता हुँ, जो कुछ समय में एक बच्चे को इस संसार में परमेश्वर के द्वारा लाने वाले है|
यह जोड़ा, जब से उनको पता लगा है कि ये माँ बाप बनने वाले है, बहुत ज्यादा खुश है| रोज यह जोड़ा अपने होने वाले बच्चे के विषय मे बातें करते है कि हम उसके लिए ऐसा करेंगे, हम उसके लिए वैसा करेंगे, हम उसको बड़े होने पर यही बनाएंगे, कभी कभी लड़ते भी होंगे कि कौन उससे ज्यादा प्यार करेगा|
बहुत बड़ी आश्चर्य कि बात है कि यह जानते भी नहीं कि वो इस बच्चे को संसार में ला पाएंगे कि नहीं, फिर भी रोज उम्मीद और आशा लगाए हुए है |
कुछ महीनो में तो ये जोड़ा अपने बच्चे के लिए घर सजाने लगता है, जैसे खिलोने, बिस्तर, छोटे छोटे कपडे, दूध कि बोतल इत्यादि सब कुछ जो एक बच्चे को जरुरत है उपलब्ध हो जाता है |
इसका मतलब ये है कि जब बच्चा इस संसार में आएगा, वो एैसी दुनिया में आएगा, जहां उसके माँ बाप के कारण उसे सजी सजाई दुनिया मिलेगी, उसके आने के बाद घर नहीं सजता उसके आने से पहले ही सज चूका होता है|
भजन संहिता – अध्याय 139:13-18 के अनुसार
मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा।
मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।
जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं।
तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
और मेरे लिये तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है॥
यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं॥
उपरोक्त वचन के अनुसार हम ये समझ सकते है कि सांसारिक माँ बाप कि ही तरह हमारे परमेश्वर भी करते है, सांसारिक माँ बाप तो जानते नहीं कि लड़का होगा या लड़की, वो ये नहीं जानते बच्चा जिन्दा रहेगा या मुर्दा पर हमारा सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन में लिखा है – रचे जाने से पहले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे| परमेश्वर रचे जाने से पहले से हमको जनता है | और वही हमको इस दुनिया में लाया है ताकि हम पर अपना प्रेम प्रकट कर सके|
परमेश्वर पिता भी हमारे लिए तयारी करते है हमारे इस संसार में आने से पहले, कि हम रचे हुए सृजे हुए संसार में आये ताकि हमको कोई परेशानी न हो, पर हम यह सत्य से बहुत दूर हो गए है, कई तो परमेश्वर को पिता के रूप में देख और सोच भी नहीं पाते है|
उत्पत्ति ०१:०४,०५ के अनुसार
तब परमेश्वर ने कहा, उजियाला हो: तो उजियाला हो गया।
और परमेश्वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है; और परमेश्वर ने उजियाले को अन्धियारे से अलग किया।
और परमेश्वर ने सारी सृष्टि का निर्माण किया परन्तु एक बात जो मनुष्य के विषय में अदभुद है वह यह है कि (उत्पत्ति ०१:२६,२७)
फिर परमेश्वर ने कहा, हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगने वाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।
तब परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, अपने ही स्वरूप के अनुसार परमेश्वर ने उसको उत्पन्न किया, नर और नारी करके उसने मनुष्यों की सृष्टि की।
जैसे माता और पिता कि देह और लहू उसकी संतान को प्राप्त होता है उसी प्रकार परमेश्वर ने भी हमे अपने स्वरुप में बनाया ताकि हम जान सके कि हम उसकी संतान है और वह हमसे प्रेम रखता है|
परमेश्वर ने अदन कि वाटिका में आदम को रखा, जिसके विषय में वचन कहता है (उत्पत्ति ०२:०९)
और यहोवा परमेश्वर ने पूर्व की ओर अदन देश में एक वाटिका लगाई; और वहां आदम को जिसे उसने रचा था, रख दिया।
और यहोवा परमेश्वर ने भूमि से सब भांति के वृक्ष, जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं उगाए, और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया।
यहाँ गौर करने वाली बात यही है कि परमेश्वर ने जो भी बनाया या रखा है सब अच्छ और अच्छ ही रखा है |
परमेश्वर हमसे बहुत प्रेम करते है और हम इन बातो का जीवन में भी अनुभव कर सकते है |
बाइबिल के मत्ती ०७: ०९,१०,११ के अनुसार –
तुम में से ऐसा कौन मनुष्य है, कि यदि उसका पुत्र उस से रोटी मांगे, तो वह उसे पत्थर दे?
वा मछली मांगे, तो उसे सांप दे?
सो जब तुम बुरे होकर, अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएं देना जानते हो, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को अच्छी वस्तुएं क्यों न देगा?इस वचन से ही हम समझ सकते है कि परमेश्वर हमे अपनी संतान के रूप में देखता है और अपने आप को वह हमारा स्वर्गीय पिता कहकर सम्बोधित कर रहा है…परमेश्वर को पिता के रूप में देखिये और अपने जीवन को आसान बनाएमिलते है कल इसके अगले श्रृंखला के लिए ….तब तक परमेश्वर आपके साथ रहे और वह आपको संभाले …आमीन आमीन
Daily Verse
इस कारण मैं उसे महान लोगों के संग भाग दूंगा, और, वह सामर्थियों के संग लूट बांट लेगा; क्योंकि उसने अपना प्राण मृत्यु के लिये उण्डेल दिया, वह अपराधियों के संग गिना गया; तौभी उसने बहुतों के पाप का बोझ उठ लिया, और, अपराधियों के लिये बिनती करता है॥
— Isaiah